Cyber gang making fake ration and Aadhar cards exposed in Motihari, four arrested, huge amount of material recovered.
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Cyber gang making fake ration and Aadhar cards exposed in Motihari, four arrested, huge amount of material recovered. |
लोकल पब्लिक न्यूज़ (बिहार): पूर्वी चंपारण पहाड़पुर थाना: क्षेत्र में फर्जी राशन कार्ड और आधार कार्ड बनाने वाले साइबर गैंग का पुलिस ने खुलासा किया है। गुप्त सूचना के आधार पर 24 मई को एसडीएम अरेराज, एसडीपीओ अरेराज, और साइबर डीएसपी के नेतृत्व में छापेमारी की गई, जिसमें चार साइबर कैफे संचालकों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में लधुनिया निवासी रेहान सैफी, दुधियावा निवासी सूरज कुमार और विक्की कुमार, तथा मलाही थाना क्षेत्र के तेजपुरवा निवासी निरज कुमार शामिल हैं।
छापेमारी के दौरान सैफी डिजिटल सेवा केंद्र, लधुनिया और भवानी साइबर कैफे, दुधियावा से भारी मात्रा में फर्जीवाड़े का सामान बरामद किया गया है, जिसमें 8 लैपटॉप, 5 मोबाइल, 5 बायोमेट्रिक मशीन, 20 आधार कार्ड, 4 राशन कार्ड, 4 पैन कार्ड, 22 सिम कार्ड, 13 ATM कार्ड, 1.79 लाख रुपये नकद, और अन्य उपकरण जैसे प्रिंटर, आई स्कैनर, और नकली अंगूठा शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, आरोपी RCMS पोर्टल को बाइपास कर फर्जी राशन कार्ड और अन्य सरकारी दस्तावेज तैयार करते थे। इस मामले में साइबर थाना मोतिहारी में कण्ड संख्या 78/25 दर्ज किया गया है। संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई शुरू की गई है।
साइबर कैफे जैसे छोटे-स्तर के केंद्रों पर फर्जी राशन कार्ड, फर्जी आधार कार्ड, जैसे दस्तावेज पोर्टल को बाईपास/ हैक कर के बनाए जा रहे हैं। जहां बायोमेट्रिक मशीन और नकली अंगूठों/फिंगर जैसे उपकरणों का दुरुपयोग किया जा रहा है। RCMS और आधार पोर्टल जैसे डिजिटल सिस्टम को हैक करना या बाइपास करना तकनीकी विशेषज्ञता का द्योतक है, जिसके लिए प्रशासन को साइबर सुरक्षा को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
फर्जी राशन कार्डों के कारण सब्सिडी वाले खाद्यान्न का दुरुपयोग होता है, जिससे वास्तविक लाभार्थियों को उनके हक से वंचित होना पड़ता है। यह खाद्य सुरक्षा और गरीबी उन्मूलन के लक्ष्यों को प्रभावित किया है।
छापेमारी दल में SDM अरुण कुमार, SDPO रंजन कुमार, साइबर डीएसपी अभिनव परासर, BDO पहाड़पुर अखिलेश कुमार, CO पहाड़पुर पुष्कर कुमार, CO हरसिद्धि अरविंद कुमार चौधरी, MO पहाड़पुर अंकित कुमार साह, और साइबर थाना व पहाड़पुर थाना के पुलिस अधिकारी शामिल थे। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है और अन्य संलिप्त लोगों की तलाश की जा रही है।
यह कार्रवाई सरकारी दस्तावेजों के दुरुपयोग को रोकने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
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