A teenager was murdered by slitting his throat due to a rivalry over selling chicken meat at a low price, police made a sensational revelation.
![]() |
A teenager was murdered by slitting his throat due to a rivalry over selling chicken meat at a low price, police made a sensational revelation. |
पूर्वी चंपारण/ कोटवा थाना क्षेत्र के गढ़वा गांव में 17 वर्षीय किशोर शमशाद उर्फ भोला की गला रेतकर हत्या के मामले का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि इस जघन्य हत्याकांड के पीछे व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा में उपजी रंजिश थी। सस्ते दाम पर मुर्गा मीट बेचने को लेकर हुई इस घटना में पुलिस ने मुख्य आरोपी मुमताज आलम को गिरफ्तार कर लिया है।
व्यापारिक रंजिश बनी हत्या का कारण
मृतक शमशाद उर्फ भोला अपने परिवार के साथ गढ़वा में मुर्गा मीट का व्यवसाय करता था। वह अपने प्रतिद्वंदी मुमताज आलम के मुकाबले कम कीमत पर मीट बेचता था।
जहां मुमताज आलम अपने दुकान पर ₹180 प्रति किलो की दर से मीट बेचता था, वहीं शमशाद मात्र ₹160 प्रति किलो की दर से ग्राहकों को मीट उपलब्ध करा रहा था। इससे मुमताज के व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा था, जिससे उसके ग्राहकों की संख्या घटने लगी थी।
इससे नाराज मुमताज आलम को डर था कि अगर शमशाद इसी तरह सस्ता मीट बेचता रहा तो उसका खुद का व्यवसाय पूरी तरह ठप हो जाएगा। इस कारण दोनों के बीच लंबे समय से रंजिश चल रही थी।
पुलिस के अनुसार, इसी रंजिश के चलते मुमताज ने शमशाद की हत्या की साजिश रची और वारदात को अंजाम दिया।
घटना का दिन: कैसे दी गई वारदात को अंजाम?
पुलिस जांच के अनुसार, घटना के दिन शमशाद शाम को घर से बाहर निकला था। इसी दौरान सुनसान इलाके में पहले से घात लगाए मुमताज ने उसे रोक लिया।
विवाद बढ़ने पर मुमताज ने धारदार चाकू से शमशाद का गला रेत दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद आरोपी मुमताज वहां से फरार हो गया।
जब शमशाद देर रात तक घर नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई। उन्होंने आसपास के लोगों से पूछताछ की, लेकिन शमशाद का कोई सुराग नहीं मिला। अगले दिन सुबह ग्रामीणों ने गढ़वा गांव के पास स्थित मकई के खेत में शमशाद का शव पड़ा देखा और तत्काल पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की गहन जांच शुरू की।
पुलिस का खुलासा: हत्या के पीछे व्यापारिक प्रतिस्पर्धा
घटना की गंभीरता को देखते हुए सदर डीएसपी 2 जीतेश कुमार पांडेय के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल का गठन किया गया।
टीम ने घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले और स्थानीय लोगों से पूछताछ की। जांच के दौरान सामने आया कि मृतक शमशाद और मुमताज के बीच लंबे समय से व्यावसायिक विवाद चल रहा था।
डीएसपी 2 जीतेश कुमार पांडेय ने बताया कि पूछताछ में मुमताज ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। मुमताज ने बताया कि शमशाद के कम कीमत में मीट बेचने के कारण उसके ग्राहकों में भारी कमी आ रही थी, जिससे वह काफी परेशान था। इसी गुस्से में उसने शमशाद को रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या कर दी।
गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी मुमताज आलम (पिता- ननक मियां, निवासी- राजापुर मठिया, पूर्वी चंपारण) को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने छापेमारी के दौरान घटना में प्रयुक्त हथियार और अन्य अहम सबूत बरामद किए हैं, जिनमें शामिल हैं:
धारदार चाकू (जिससे हत्या की गई) – 01
खून लगा हुआ शर्ट – 01
मृतक शमशाद का मोबाइल फोन – 01
आरोपी मुमताज आलम का मोबाइल फोन – 01
छापेमारी दल में शामिल अधिकारी
इस हत्याकांड का खुलासा करने में पुलिस की विशेष टीम ने अहम भूमिका निभाई। छापेमारी दल में शामिल अधिकारी हैं:
1. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (सदर-2), मोतिहारी
2. मुनीर आलम, अंचल निरीक्षक, केसरिया
3. निरीक्षक राजरूप राय, थानाध्यक्ष, कोटवा
4. अवर निरीक्षक दीप्ति कुमारी, कोटवा थाना
5. अवर निरीक्षक अनीष कुमार सिंह, कोटवा थाना
6. अवर निरीक्षक हरेश कुमार शर्मा, कोटवा थाना
7. अवर निरीक्षक सत्येश सुमन, कोटवा थाना
8. परि. पु. अवर निरीक्षक ज्योति कुमारी, कोटवा थाना
यह घटना व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा में उपजी रंजिश का गंभीर परिणाम है। सस्ते में मीट बेचने को लेकर शुरू हुआ विवाद एक निर्दोष किशोर की जान लेने तक जा पहुंचा, जिससे स्थानीय व्यवसायियों में डर और चिंता का माहौल है।
पुलिस ने इस घटना को लेकर सभी व्यावसायिक प्रतिस्पर्धियों को सचेत रहने और आपसी विवाद को बातचीत के जरिए सुलझाने की अपील की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
0 टिप्पणियाँ